Friday, February 21, 2014

कुछ प्यार जैसा














आँखों में तमन्ना है उनकी,
सांसों में इंतज़ार सा,
उनको हमसे, हमको  उनसे,
कुछ ऐसा जैसे प्यार सा।

नहीं प्यार शायद  सही नहीं,
कुछ प्यार से बढ़ कर है इस में।
कोई शिकवा नहीं, कोई चाहत नहीं,
इज़ज़त आँखों में है जिसमे।

सहारा है पर साथ नहीं,
और साथ कि उनके चाह भी नहीं
बस दिल से दिल को राह सी है,
यह काफी है, बस और नहीं।

एक सचाई सी है इस रिश्ते में,
कोई उम्मीद नहीं, कोई झुठ नहीं,
हिम्मत हैं एक दूजे कि,
कुछ बड़ कर है, ये प्यार नहीं।

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