Tuesday, July 31, 2018

मुबारक हो तुम्हें ये शराब

हर बार मुझे अकेलेपन का अहसास दिलाती

मुझसे ज्यादा तुम पे ये अपनापन बताती

मानो जैसे मेरे प्यार पर शार्प

मुबारक हो तुम्हें ये शराब

तुम्हारी गुड़िया के आसुओं से ऊपर है ये

उसकी प्यारी मुस्कान फिकी कर देती ये

मानो जैसे उसका बचपन खराब

मुबारक हो तुम्हें ये शराब

तुम्हें युँ ख़ुदग़र्ज़ बना देती हैं

एक जुनून चडा देती है

जैसे पहले चेहरे पे था नक़ाब

मुबारक हो तुम्हें ये शराब

Aug 3 2014

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